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500+ हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य - Hindi Muhavare [PART-1]


500 हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य - Hindi Muhavare

हिंदी मुहावरे (Hindi Muhavare) और अर्थ और वाक्य - विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य हिंदी के अन्तर्गत आने वाले प्रमुख व महत्वपूर्ण मुहावरे (important idioms) यहां दी जा रही है। जो कि परीक्षाओं में पूछे जा चुके है और आगामी परीक्षाओं में पूछे जायेंगे। सनद रहे कि मुहावरा ऐसा संक्षिप्त वाक्य होता है जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करता है। ऐसे वाक्यों को ही मुहावरा कहते है। जैसे – 'अंगूर खट्टे होना' – प्राप्त न होने पर उस वस्तु को बेकार बताना

·        अंग छूना – कसम खाना।

·        अंग टूटना – शरीर में दर्द होना।

·        अंग धरना – धारण करना।

·        अंग लगना – काम में आना।

·        अंग लगाना – लिपटना।

·        अंग से अंग चुराना – संकुचित होना।

·        अंग-अंग ढीले होना – थका होना।

·        अंगार सिर पर रखना – कष्ट सहना।

·        अंगारे उगलना – कठोर बात कहना।

·        अंगारे बरसना – तेज धूप पड़ना।

·        अंगारों पर लोटना – ईष्या से जलना।

·        अंगुठा चुसना – खुशामद करना।

·        अंगूठा दिखाना – तिरस्कारपूर्वक मना करना।

·        अंगूर खट्टे होना – प्राप्त न होने पर उस वस्तु को बेकार बताना।

·        अंचल पसारना – नम्रता से मांगना।

·        अंजर पंजर ढीले होना – अभिमान नष्ट होना अंटी बाज – दगाबाज।

·        अंटी में रखना – छिपाकर रखना।

·        अंधा बनना – जान-बूझकर किसी बात पर ध्यान न देना।

·        अंधे के हाथ बटेर लगना – अनायास ही मनचाही वस्तु मिल जाना।

·        अंधे के हाथ बटेर लगना – बिना प्रयास भारी चीज पा लेना।

·        अंधे को चिराग दिखाना – मूर्ख को उपदेश देना।

·        अंधेर खाता – अव्यवस्था।

·        अंधेर नगरी – जहां कोई नियम व्यवस्था न हो।

·        अंधेरे मुंह – पौ फटते।

·        अक्ल का अंधा – मूर्ख, बेवकूफ अ€क्ल का दुश्मन – मूर्ख।

·        अक्ल का पूरा – मूर्ख।

·        अक्ल के घोड़े दौड़ाना – तरह-तरह की कल्पना करना।

·        अक्ल के पीछे लठ लिए फिरना – मूर्खता का काम करना।

·        अक्ल चरने जाना – बुद्धि का न होना।

·        अक्ल चरने जाना – समय पर बुद्धि का काम न करना।

·        अक्ल ठिकाने लगना – होश ठीक होना।

·        अक्षर से भेंट न होना – अनपढ़ होना।

·        अदब करना – सम्मान करना।

·        अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना।

·        अपना हाथ जगन्नाथ – स्वाधिकार होना।

·        अपनी की चोट – सामने की चोट।

·        अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना।

·        अपनी नींद सोना – इच्छानुसार कार्य करना।

·        अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना – अपनी बड़ाई आप करना।

·        अरण्य रोदन – निष्फल निवेदन।

·        अरमान निकालना – मन का गुबार पूरा करना।

·        आंख का तारा होना – बहुत प्रिय होना आंख फेर लेना – प्रतिकूल होना।

·        आंख बिछाना – प्रतीक्षा करना।

·        आंख लगना – सो जाना।

·        आंखों का पानी ढलना – निर्लज्ज बन जाना।

·        आंखों पर परदा पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना।

·        आंखों में धूल झोंकना – धोखा देना।

·        आंखों में रात कटना – रात-भर जागते रहना।

·        आंखों में समाना – दिल में बस जाना।

·        आंच न आने देना – थोड़ी भी हानि न होने देना।

·        आंचल फैलाना – अति विनम्रता पूर्वक प्रार्थना करना।

·        आंचल में गांठ बांधना – अच्छी तरह याद कर लेना।

·        आंधी उठना – हलचल मचना।

·        आंधी के आम होना – बहुत सस्ती वस्तु मिलना।

·        आकाश का फूल – अप्राप्य वस्तु।

·        आकाश कुसुम – अनहोनी बात।

·        आकाश-पाताल एक करना – कठिन प्रयत्न करना।

·        आग का पुतला – बहुत क्रोधी।

·        आग के मोल – बहुत महंगा।

·        आग पर लोटना – बेचैन होना।

·        आग बुझा लेना – कसर निकालना।

·        आग में झोंकना – अनिष्ट में डाल देना।

·        आग लगने पर कुआं खोदना – पहले से कोई उपाय न कर रखना।

·        आग से खेलना – जानबूझकर मुसीबत में फंसना।

·        आग-बबूला होना – गुस्सा होना।

·        आटे के साथ घुन पिसना – दोषी के साथ निर्दोषी की भी हानि होना।

·        आड़े हाथ लेना – खरी-खरी सुनाना।

·        आना-कानी करना – न करने के लिए बहाना करना।

·        आपे से बाहर होना – अत्यधिक क्रोध से काबू में न रहना।

·        आसमान के तारे तोडऩा – असंभव कार्य करना।

·        आसमान सिर पर उठाना – बहुत शोर करना।

·        आसमान से बातें करना – ऊंची कल्पना करना।

·        इज्जत बेचना – पैसा लेकर अपनी इज्जत लुटाना।

·        ईंट का जवाब पत्थर से देना – दुष्ट के साथ दुष्टता का, कठोर के साथ कठोरता का
व्यवहार करना।

·        ईंट से ईंट बज जाना – सर्वनाश हो जाना।

·        ईद का चांद होना – बहुत अरसे बाद दिखाई देना।

·        ईमान बेचना – झूठा व्यवहार करना, बेईमानी करना।

·        उंगलियों पर गिने जा सकना – संख्या में बहुत कम होना।

·        उंगलियों पर नचाना – इच्छानुसार काम कराना।

·        उंगली उठना – निंदा होना।

·        उंगली उठाना – लांछन लगाना।

·        उंगली पकडक़र पौंहचा पकड़ना – थोड़ा-सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्त के लिए प्रयास करना।

·        उंगली पर नचाना – अपनी इच्छानुसार चलाना।

·        उड़ती चिड़िया पकड़ना – रहस्य की बात तत्काल जानना।

·        उड़ती चिड़िया पहचानना – किसी की गुप्त बात जान लेना।

·        उड़न-छू हो जाना – चला जाना, गायब हो जाना।

·        उधेड़बुन में रहना – फिक्र में रहना, चिंता करना।

·        उन्नीस बीस का अंतर होना – बहुत कम अंतर होना।

·        उम्र ढलना – यौवनावस्था का उतार।

·        उलटे छुरे से मूड़ना – किसी को उल्लू बनाकर उससे धन ऐंठना या अपना काम निकालना।

·        उलटे पांव लौटना – तुरंत बिना ठहरे हुए लौट जाना।

·        उल्टी गंगा बहाना – नियम के विरुद्ध कार्य करना।

·        उल्टी पट्टी पढ़ाना – बहकाना।

·        उल्टी माला फेरना – बुरा सोचना।

·        उल्लू का पट्ठा – निपट मूर्ख।

·        उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना।

·        उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना।

·        ऊंच-नीच समझाना – भलाई-बुराई, लाभ-हानि समझाना।

·        ऊंट के मुंह में जीरा – अधिक आवश्यकता वाले के लिए थोड़ा सामान।

·        एक आंख न भाना – तनिक भी अच्छा न लगना।

·        एक आंख से देखना – सबको बराबर समझना।

·        एक और एक ‚यारह होना – मेल में शक्ति होना।

·        एक कान सुनना, दूसरे से निकालना – किसी बात पर ध्यान न देना।

·        एक की दो कहना – थोड़ी बात के लिए बहुत अधिक भला-बुरा कहना।

·        एक घाट का पानी पीना – एकता और सहनशीलता होना।

·        एक तीर से दो शिकार करना – एक युक्ति या साधन से दो काम करना।

·        एक न चलना – कोई युक्ति सफल न होना।

·        एक मुट्ठी अन्न को तरसना – गरीब होना।

·        एक लाठी से हांकना – सबके साथ समान व्यवहार करना।

·        एक ही थैली के चट्टे-बट्टे – एक ही प्रकार के लोग।

·        एक ही नौका में सवार होना – एक समान परिस्थिति में होना।

·        एड़ी-चोटी का जोर लगाना – पूरी शक्ति लगाकर कार्य करना।

·        ओंठ चबाना – क्रोध प्रकट करना।

·        ओखली में सिर देना – जानबूझकर विपप्ति में फंसना।

·        औंधी खोपड़ी – बुद्धिहीनता।

·        कंघी-चोटी करना – श्रृंगार करना, बनाव-सिंगार करना।

·        कंचन बरसना – बहुत अधिक लाभ होना।

·        कंठ का हार होना – अत्यंत प्रिय होना।

·        कंधे से कंधा मिलाना – पूरा सहयोग करना।

·        कच्चा चबाना – कठोर दंड देना।


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