500 हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य - Hindi Muhavare
हिंदी मुहावरे (Hindi
Muhavare) और अर्थ और वाक्य -
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य हिंदी के अन्तर्गत आने वाले प्रमुख व महत्वपूर्ण
मुहावरे (important idioms) यहां
दी जा रही है। जो कि परीक्षाओं में पूछे जा चुके है और आगामी परीक्षाओं में पूछे जायेंगे।
सनद रहे कि मुहावरा ऐसा संक्षिप्त वाक्य होता है जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी
विशेष अर्थ को व्यक्त करता है। ऐसे वाक्यों को ही मुहावरा कहते है। जैसे – 'अंगूर
खट्टे होना' – प्राप्त
न होने पर उस वस्तु को बेकार बताना।
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घास खोदना – व्यर्थ
समय गंवाना।
·
घास न डालना – सहायता
न करना।
·
घी के दिये जलाना – बहुत
खुशियां मनाना।
·
घुटने टेक देना – हार
मान लेना।
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घूंघट का पट खोलना – अज्ञान
का परदा दूर करना।
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घोड़ा बेंचकर सोना – निश्चिंत
होना।
·
चंद्रमा बलवान होना – भाग्य
अनुकूल होना।
·
चट कर जाना – सबका
सब का जाना।
·
चप्पा-चप्पा छान मारना – हर
जगह ढूंढ लेना।
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चरणों की धूल – किसी
की तुलना में अत्यंत नगग्य व्यक्ति।
·
चलता करना – भगा
देना।
·
चलती च€की में रोड़ा अटकाना –
कार्य में बाधा डालना।
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चांदी कटना – खूब
लाभ होना।
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चांदी का जूता – घूस
का धन।
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चांदी होना – लाभ
ही लाभ होना।
·
चादर तानकर सोना – निश्चिंत
होना।
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चादर देखकर पांव फैलाना – आय
के अनुसार व्यय करना।
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चादर से बाहर पैर पसारना – आमदनी
से अधिक खर्च करना।
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चार चांद लगना – सौंदर्य
की वृद्धि करना।
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चार दिन की चांदनी – अस्थायी
वैभव।
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चिकना घड़ा होना – कोई
प्रभाव न पडऩा।
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चिकनी-चुपड़ी बातें करना –
चापलूसी करना।
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चिड़िया का दूध –
अप्राप्य वस्तु।
·
चिराग तले अंधेरा – दूसरों
को उपदेश देना लेकिन खुद अच्छा आचरणा नहीं करना।
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चींटी के पर निकलना – नष्ट
होने के करीब होना।
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चुटिया हाथ में होना –
वश में होना।
·
चुल्लू भर पानी में डूब मरना –
लज्जा का अनुभव करना।
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चूड़ियां पहनना – कायर
बनना।
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चूना लगाना – ठग
लेना।
·
चूना लगाना – धोखा
देना।
·
चेहरे पर हवाइयां उड़ना – घबरा
जाना।
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चैन की बंशी बजाना –
सुख से रहना।
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चोटी का – सर्वोत्तम।
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चौदहवीं का चांद – बहुत
सुंदर।
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छक्के छुड़ाना – बुरी
तरह हरा देना।
·
छठी का दूध याद आना –
घोर संकट में पड़ना।
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छप्पर फाड़कर देना –
अचानक लाभ होना।
·
छाती पर पत्थर रखना – चुपचाप
दुख सहन करना।
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छाती पर मूंग दलना – बहुत
परेशान करना।
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छाती पर सांप लोटना – बहुत
ईर्ष्या करना।
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छूमंतर होना – गायब
हो जाना।
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छोटे मुंह बड़ी बात करना – अपनी
हैसियत से ज्यादा बात कहना।
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जंगल में मंगल होना – उजाड़
में चहल-पहल होना।
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जबान पर चढ़ना – याद
आना।
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जबान में लगाम न होना – बेमतलब
बोलते जाना।
·
जमीन आसमान एक करना – सब
उपाय कर डालना।
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जमीन पर पैर न रखना – अधिक
घमंड करना।
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जलती आग में कूदना – विपत्ति
में पड़ना।
·
जलती आग में घी डालना – और
भडक़ाना।
·
जहर उगलना – कड़वी
बातें करना।
·
जहर का घूंट पीना – असह्य
बात सहन कर लेना।
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जान के लाले पड़ना – गंभीर
संकट में पड़ना।
·
जान पर खेलना – मुसीबत
में रहकर काम करना।
·
जान हथेली पर रखना –
प्राणों की परवाह न करना।
·
जी का जंजाल –
व्यर्थ का झंझट।
·
जी चुराना – किसी
काम से दूर भागना।
·
जीती मक्खी निगलना – जानबूझकर
बेईमानी करना।
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जूतियों में दाल बांटना – लड़ाई
झगड़ा हो जाना।
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जोड़-तोड़ करना – उपाय
करना।
·
झक मारना – व्यर्थ
परिश्रम करना।
·
झाड़ू फिराना – सब
कुछ बर्बाद कर देना।
·
झोली भरना – अपेक्षा
से अधिक देना।
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टका-सा जवाब देना – रूखा
जवाब देना या मना करना।
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टका-सा मुंह लेकर रह जाना – लज्जित
हो जाना।
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टांय-टांय फिस हो जाना – काम
बिगड़ जाना।
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टूट पड़ना – सहसा
आक्रमण कर देना।
·
टेढ़ी उंगली से घी निकालना –
शक्ति से कार्य सिद्ध करना।
·
टेढ़ी खीर – कठिन
काम।
·
टोपी उछालना – अपमान
करना।
·
ठंडा पड़ना – क्रोध
शांत होना।
·
ठीकरा फोड़ना – दोष लगाना।
·
ठोकर खाना – हानि
उठाना।
·
डंका बजाना – प्रभाव
जमाना।
·
डंके की चोट कहना – स्पष्ट
कहना।
·
डकार जाना – माल
पचा जाना।
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ढाई दिन की बादशाहत – थोड़े
दिन की मौज।
·
ढिंढोरा पीटना – सबको
बताना।
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ढोल में पोल होना – सारहीन।
·
तार-तार होना – पूरी
तरह फट जाना।
·
तारे गिनना – रात
को नींद न आना।
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तितर-बितर होना – बिखर
कर भाग जाना।
·
तिल का ताड़ करना – बढ़ा
चढ़ाकर बातें करना।
·
तीन का तेरह होना –
अलग-अलग होना।
·
तूती बोलना – खूब
प्रभाव होना।
·
तेवर चढ़ाना – गुस्सा
होना।
·
थाह लेना – पता
लगाना।
·
दमड़ी के लिए चमड़ी उधेड़ना– मामूली
सी बात के लिए भारी दंड देना।
·
दांत उखाड़ना –
कड़ा दंड देना।
·
दांत काटी रोटी होना – घनिष्ठ
मित्रता।
·
दांत खट्टे करना – हराना।
·
दांत पीसना – क्रोध
करना।
·
दांत फाड़ना – हंसना।
·
दांतों तले उंगली दबाना – आश्चर्य
करना।
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दाना-पानी उठना – जगह
छोडऩा।
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दाल न गलना – सफल
न होना।
·
दाल में काला होना – संदेहपूर्ण
होना।
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दाहिना हाथ होना – अत्त
विश्वासपात्र बनना।
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दिन दूनी रात चौगुनी होना – बहुत
जल्दी-जल्दी होना।
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दिन में तारे दिखाई देना – अजीब
हालत होना।
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दिन-रात एक करना – खूब
परिश्रम करना।
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दूध का दूध और पानी का पानी –
उचित न्याय करना।
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दूध का धुला होना – निर्दोष
या निष्कलंक होना।
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दूध के दांत न टूटना – ज्ञान
और अनुभव का न होना।
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दृष्टि फेरना – अप्रसन्न
होना।
·
दो दिन का मेहमान – जल्दी
मरने वाला।
·
दो नावों पर पैर रखना –
एक साथ दो लक्ष्यों को पाने की चेष्टा करना।
·
दौड़-धूप करना –
कठोर श्रम करना।
·
धज्जियां उड़ाना –
नष्ट-भ्रष्ट करना।
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धरती पर पांव न पड़ना – अभिमान
में रहना।
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धूप में बाल सफेद करना – अनुभवहीन
होना।
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धूल फांकना – व्यर्थ
में भटकना।
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नमक मिर्च लगाना – बढ़ा-चढ़ाकर
कहना।
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नाक कटना – बदनामी
होना।
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नाक का बाल होना – किसी
के ज्यादा निकट होना।
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नाक पर मक्खी न बैठने देना –
अपने पर आंच न आने देना।
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नाक में दम करना – बहुत
तंग करना।
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नाक रखना – मान
रखना।
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नाक रगड़ना – दीनता
दिखाना।
·
नाकों चने चबाना – बहुत
तंग करना।
·
नानी याद आना – कठिनाई
में पड़ना।
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