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500+ हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य - Hindi Muhavare [PART-4]


500 हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य - Hindi Muhavare

हिंदी मुहावरे (Hindi Muhavare) और अर्थ और वाक्य - विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य हिंदी के अन्तर्गत आने वाले प्रमुख व महत्वपूर्ण मुहावरे (important idioms) यहां दी जा रही है। जो कि परीक्षाओं में पूछे जा चुके है और आगामी परीक्षाओं में पूछे जायेंगे। सनद रहे कि मुहावरा ऐसा संक्षिप्त वाक्य होता है जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करता है। ऐसे वाक्यों को ही मुहावरा कहते है। जैसे – 'अंगूर खट्टे होना' – प्राप्त न होने पर उस वस्तु को बेकार बताना

·        निन्यानवें के फेर में पड़ना – पैसा जोड़ने के चकर में पड़ना।

·        नीला-पीला होना – गुस्से होना।

·        नौ दिन चले अढ़ाई कोस – बहुत धीमी गति से कार्य करना।

·        नौ दो‚ग्यारह होना – भागना।

·        पगड़ी उछालना – बेइज्जत करना।

·        पहाड़ टूट पडऩा – भारी विपत्ति आ जाना।

·        पांचों उंगलियां घी में होना – सब ओर से लाभ होना।

·        पांव उखड़ना – हारकर भाग जाना।

·        पानी का मोल होना – बहुत सस्ता।

·        पानी फेर देना – निराश कर देना।

·        पानी भरना – तुच्छ लगना।

·        पानी-पानी होना – लज्जित होना।

·        पीठ दिखाना – भाग जाना।

·        पेट काटना – खुद पर थोड़ा खर्च करना।

·        पेट बांधकर रहना – भूखे रहना।

·        पेट में चूहे दौड़ना – भूख लगना।

·        पेट में दाढ़ी होना – दिखने में सीधा, लेकिन चालाक होना।

·        पैर चूमना – खुशामद करना।

·        पैर जमीन पर न टिकना – बहुत प्रसन्न होना।

·        पैरों तले से जमीन खिसक जाना – होश उड़ जाना।

·        पौ बारह होना – खूब लाभ होना।

·        प्राण हथेली पर लिए फिरना – जीवन की परवाह न करना।

·        फूंक-फूंककर कदम रखना – सावधानी बरतना।

·        फूटी आंख न सुहाना – अच्छा न लगना।

·        फूलकर कूप्पा होना – बहुत खुश या बहुत नाराज होना।

·        फूला न समाना – अत्यधिक खुश होना।

·        बखिया उधेड़ना – भेद खोलना।

·        बट्टा लगना – कलंक लगना।

·        बांए हाथ का खेल – बहुत सरल काम।

·        बांछे खिल जाना – अत्यंत प्रसन्न होना।

·        बाजार गर्म होना – धंधा तेज होना।

·        बात का धनी होना – वचन का प€का होना।

·        बाल की खाल निकालना – बहुत तर्क-वितर्क करना।

·        बाल बांका न होना – कुछ भी नुकसान न होना।

·        बिल्ली के गल्ले घंटी बांधना – खुद को मुसीबत में डालना।

·        बेपेंदी लोटा – पक्ष बदलने वाला।

·        भंडा फोडऩा – भेद खोल देना।

·        भाड़ झोंकना – समय व्यर्थ खोना।

·        भाड़े का टट्टू – पैसे लेकर काम करने वाला।

·        भीगी बिल्ली बनना – सहम जाना।

·        भैंस के आगे बीन बजाना – मूर्ख आदमी को उपदेश देना।

·        मन के लड्डू – कल्पना करना।

·        मन हारना – हिम्मत हारना।

·        मिट्टी का माधो – बिल्कुल बुद्धू।

·        मिट्टी खराब करना – बुरा हाल करना।

·        मिट्टी में मिल जाना – बर्बाद होना।

·        मुंह उतरना – उदास होना।

·        मुंह खून लगना – आदत पड़ जाना।

·        मुंह ताकना – किसी पर आश्रित होना।

·        मुंह में पानी भर आना – खाने की इच्छा होना।

·        मुट्ठी गर्म करना – रिश्वत देना।

·        मुट्ठी में होना – वश में होना।

·        मोहर लगा देना – पुष्टि करना।

·        रंग उडऩा – घबरा जाना।

·        रंग बदलना – परिवर्तन होना।

·        रंग में भंग पड़ना – आनंदपूर्वक कार्य में बाधा पड़ना।

·        राई का पहाड़ बनाना – बात को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करना।

·        रोंगटे खड़े होना – डर से रोमांचित होना।

·        रोड़ा अटकाना – बाधा डालना।

·        रोम-रोम खिल उठना – प्रसन्न होना।

·        लंगोटी में फाग खेलना – गरीबी में आनंद लूटना।

·        लकीर का फकीर होना – परंपरावादी मानना।

·        लकीर पीटना – पुरानी रीति पर चलना।

·        लड़ाई मोल लेना – झगड़ा पैदा करना।

·        लहू का घूट पीना – अपमान सहन करना।

·        लुटिया डुबोना – काम बिगाड़ना।

·        लेने के देने पड़ना – लाभ के स्थान पर हानि होना।

·        लोहा मानना – किसी की ताकत स्वीकार करना।

·        लोहे के चने चबाना – मुश्किल काम करना।

·        विष उगलना – द्येषपूर्ण बातें करना।

·        शैतान की आंत – लंबी बात।

·        शैतान के कान कतरना – बहुत चालाक होना।

·        श्रीगणेश करना – शुरु करना।

·        सब्ज बाग दिखाना – कोरा लोभ देकर बहकाना।

·        सांप को दूध पिलाना – दुष्ट की रक्षा करना।

·        सांप सूंघ् जाना – चुप हो जाना।

·        सांप-छछूंदर की गति होना – दुविधा की दशा होना।

·        सिर आंखों पर रखना – आदर सहित आज्ञा मानना।

·        सिर उठाना – विद्रोह करना।

·        सिर ओखली में देना – जान-बूझकर मुसीबत मोल लेना।

·        सिर चढ़ाना – अधिक लाड़ लड़ाना।

·        सिर धुनना – पछताना।

·        सिर नीचा करना – लज्जित करना।

·        सिर पर कफन बांधना – बलिदान के लिए तैयार होना।

·        सिर पर खून सवार होना – मरने-मारने को तैयार होना।

·        सिर पर चढ़ाना – मनमानी करने की छूट देना।

·        सिर पर पांव रखकर भागना – तेजी से भागना।

·        सिर पर भूत सवार होना – धुन लगाना।

·        सिर पर हाथ होना – सहारा होना।

·        सिर मढ़ना – जिम्मे लगाना।

·        सिर मुंड़ाते ओले पड़ना – काम शुरू होते ही बाधा आना।

·        सिर से पानी गुजरना – सहनशीलता समाप्त होना।

·        सींग काटकर बछड़ों में मिलना – बूढ़े होकर भी बच्चो की तरह काम करना।

·        सोने पर सुहागा होना – अच्छी वस्तु का और अधिक अच्छा होना।

·        हथेली पर जान लिए फिरना – मरने की परवाह न करना।

·        हथेली पर सरसों उगना – कम समय में बड़ा काम करना।

·        हवा का रुख पहचानना – अवसर पहचानना।

·        हवा पलटना – समय बदल जाना।

·        हवा से बातें करना – बहुत तेज दौड़ना।

·        हवाई किले बनाना – कोरी कल्पना करना।

·        हाथ का मैल – साधारण चीज।

·        हाथ को हाथ न सूझना – घना अंधकार होना।

·        हाथ खाली होना – रुपया-पैसा न होना।

·        हाथ खींचना – साथ न देना।

·        हाथ डालना – शुरू करना।

·        हाथ धोकर पीछे पड़ना – पीछा न छोड़ना।

·        हाथ पे हाथ धरकर बैठना – बिना काम के बैठे रहना।

·        हाथ फैलाना – मांगना।

·        हाथ मलना – पछताना।

·        हाथ में करना – अपने वश में करना।

·        हाथ साफ करना – चोरी करना।

·        हाथ-पांव फूलना – घबरा जाना।

·        हाथ-पांव मारना – कोशिश करना।



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